Essence: Sweet children, the Father whom
you have been remembering for half the cycle is now giving
you an order. By following
this order you will go into the stage of ascending.
Question: You children have to perform your own nature cure. How?
Answer: By remembering the one Father and serving the yagya with love, your nature is cured, because through remembrance, the soul becomes free from disease and. through service, you experience limitless happiness. The natures of those who remain busy in remembrance and service continue to be cured.
Song: You spent the night in sleeping and the day in eating.
Essence for dharna:
Determined faith guarantees your fortune. Just as Father Brahma became fixed in the first number, in the same way, have the determined faith: I am definitely going to come in the first division. Each child has received this golden chance in the drama. Simply pay attention to this practice and you can claim a number ahead. Therefore, become master knowledge-full as you continue to perform every action. Increase the experience of His company and everything will become easy. Maya is a paper tiger in front of those who have the Almighty Authority Father with themselves.
Slogan: Consider yourself to be a hero actor and continue to play a hero part in the unlimited drama.
मुरली सार: ''मीठे बच्चे - जिस बाप को तुमने आधाकल्प याद किया, अब उसका फरमान मिलता है तो उसे पालन करो इससे तुम्हारी चढ़ती कला हो जायेगी''
प्रश्न: तुम बच्चों को अपनी नेचर-क्योर आपेही करनी है, कैसे?
उत्तर: एक बाप की याद में रहने और यज्ञ की प्यार से सेवा करने से नेचर-क्योर हो जाती है क्योंकि याद से आत्मा निरोगी बनती है और सेवा से अपार खुशी रहती है। तो जो याद और सेवा में बिजी रहते हैं उनकी नेचर क्योर होती रहती है।
गीत:- तूने रात गंवाई...
धारणा के लिए मुख्य सार:
1) अपना पूरा कनेक्शन एक शिवबाबा से रखना है। कभी किसी भी देहधारी को याद नहीं करना है। कभी अपने उस्ताद (बाप) का नाम बदनाम नहीं करना है।
2) अपने द्वारा यदि किसी का कल्याण होता है, तो मैंने इसका कल्याण किया, इस अहंकार में नहीं आना है। यह भी देह-अभिमान है। कराने वाले बाप को याद करना है।
वरदान: दृढ़ निश्चय द्वारा फर्स्ट डिवीजन के भाग्य को निश्चित करने वाले मास्टर नॉलेजफुल भव
दृढ़ निश्चय भाग्य को निश्चित कर देता है। जैसे ब्रह्मा बाप फर्स्ट नम्बर में निश्चित हो गये, ऐसे हमें फर्स्ट डिवीजन में आना ही है-यह दृढ़ निश्चय हो। ड्रामा में हर एक बच्चे को यह गोल्डन चांस है। सिर्फ अभ्यास पर अटेन्शन हो तो नम्बर आगे ले सकते हैं, इसलिए मास्टर नॉलेजफुल बन हर कर्म करते चलो। साथ के अनुभव को बढ़ाओ तो सब सहज हो जायेगा, जिसके साथ स्वयं सर्वशक्तिमान् बाप है उसके आगे माया पेपर टाइगर है।
स्लोगन: स्वयं को हीरो पार्टधारी समझ बेहद नाटक में हीरो पार्ट बजाते रहो।
Question: You children have to perform your own nature cure. How?
Answer: By remembering the one Father and serving the yagya with love, your nature is cured, because through remembrance, the soul becomes free from disease and. through service, you experience limitless happiness. The natures of those who remain busy in remembrance and service continue to be cured.
Song: You spent the night in sleeping and the day in eating.
To the sweetest, beloved, long-lost and now-found
children, love, remembrance and good morning from the Mother, the
Father, BapDada. The spiritual father says namaste to the spiritual
children.
Essence for dharna:
- Have your total connection with one Shiv Baba. Don't remember any bodily being. Don't ever defame the name of your Father, the Teacher.
- If anyone benefits through you, don't have the arrogance that you brought benefit to that soul. That too is body consciousness. Remember the Father, the One who did it through you.
Blessing: May you be master knowledge-full and by having determined faith, have your fortune guaranteed in the first division.
Determined faith guarantees your fortune. Just as Father Brahma became fixed in the first number, in the same way, have the determined faith: I am definitely going to come in the first division. Each child has received this golden chance in the drama. Simply pay attention to this practice and you can claim a number ahead. Therefore, become master knowledge-full as you continue to perform every action. Increase the experience of His company and everything will become easy. Maya is a paper tiger in front of those who have the Almighty Authority Father with themselves.
Slogan: Consider yourself to be a hero actor and continue to play a hero part in the unlimited drama.
मुरली सार: ''मीठे बच्चे - जिस बाप को तुमने आधाकल्प याद किया, अब उसका फरमान मिलता है तो उसे पालन करो इससे तुम्हारी चढ़ती कला हो जायेगी''
प्रश्न: तुम बच्चों को अपनी नेचर-क्योर आपेही करनी है, कैसे?
उत्तर: एक बाप की याद में रहने और यज्ञ की प्यार से सेवा करने से नेचर-क्योर हो जाती है क्योंकि याद से आत्मा निरोगी बनती है और सेवा से अपार खुशी रहती है। तो जो याद और सेवा में बिजी रहते हैं उनकी नेचर क्योर होती रहती है।
गीत:- तूने रात गंवाई...
धारणा के लिए मुख्य सार:
1) अपना पूरा कनेक्शन एक शिवबाबा से रखना है। कभी किसी भी देहधारी को याद नहीं करना है। कभी अपने उस्ताद (बाप) का नाम बदनाम नहीं करना है।
2) अपने द्वारा यदि किसी का कल्याण होता है, तो मैंने इसका कल्याण किया, इस अहंकार में नहीं आना है। यह भी देह-अभिमान है। कराने वाले बाप को याद करना है।
वरदान: दृढ़ निश्चय द्वारा फर्स्ट डिवीजन के भाग्य को निश्चित करने वाले मास्टर नॉलेजफुल भव
दृढ़ निश्चय भाग्य को निश्चित कर देता है। जैसे ब्रह्मा बाप फर्स्ट नम्बर में निश्चित हो गये, ऐसे हमें फर्स्ट डिवीजन में आना ही है-यह दृढ़ निश्चय हो। ड्रामा में हर एक बच्चे को यह गोल्डन चांस है। सिर्फ अभ्यास पर अटेन्शन हो तो नम्बर आगे ले सकते हैं, इसलिए मास्टर नॉलेजफुल बन हर कर्म करते चलो। साथ के अनुभव को बढ़ाओ तो सब सहज हो जायेगा, जिसके साथ स्वयं सर्वशक्तिमान् बाप है उसके आगे माया पेपर टाइगर है।
स्लोगन: स्वयं को हीरो पार्टधारी समझ बेहद नाटक में हीरो पार्ट बजाते रहो।
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